
🌧️ बरसात की पहली बूंदों में ही बरेली बेहाल: कुदेशिया अंडरपास और हार्टमेन ब्रिज बना मुसीबत का गढ़

अजय सक्सेना, शास्त्रीनगर – बरेली
संपर्क: 9412527799 / 9412627799
🌧️ थोड़ी सी बारिश और बरेली शहर की हालत पस्त!
स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल बरेली शहर को देखने वाले लोग शायद यह नहीं जानते कि यहां महज 20-30 मिनट की बारिश भी लोगों के लिए भारी मुसीबत बन जाती है।
बारिश होते ही शहर की पक्की सड़कों पर गंदा, बदबूदार पानी भर जाता है। इस बार भी यही हुआ, खासतौर से हार्टमेन फ्लाईओवर ब्रिज और कुदेशिया अंडरपास के नीचे।
🛑 कुदेशिया अंडरपास: गंदगी, कूड़े और जलभराव का अड्डा
कुदेशिया अंडरपास की स्थिति पहले से ही खराब थी – वहां कूड़े-कचरे का अंबार था। अब बारिश होने से गंदगी और दुर्गंधयुक्त पानी ने वहां की हालत और बिगाड़ दी है।
स्थानीय नागरिकों को आवागमन में भारी दिक्कत हो रही है। पैदल चलना तो दूर, दोपहिया वाहन भी यहां फंस रहे हैं।
🚫 हार्टमेन फ्लाईओवर के नीचे की जलनिकासी फेल
हार्टमेन ब्रिज के नीचे भी यही कहानी है। जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। सड़कों पर भरा बदबूदार पानी न केवल बीमारियों को न्योता दे रहा है, बल्कि यह साफ करता है कि नगर निगम की योजनाएं सिर्फ कागजों तक सीमित हैं।
🗣️ स्थानीय नागरिकों की आवाज: “नगर निगम सो रहा है”
शास्त्रीनगर निवासी अजय सक्सेना का कहना है:
“नगर निगम को चाहिए कि अपने सफाईकर्मियों को तुरंत भेजकर गंदा पानी और कचरा हटवाए। अगर जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई तो यहां कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।”
🧹 क्या करे नगर निगम?
- कुदेशिया और हार्टमेन जैसे जलभराव वाले क्षेत्रों में तत्काल पंपिंग मशीन लगाई जाए
- नियमित सफाई की व्यवस्था हो
- जलनिकासी के लिए स्थायी समाधान तैयार किया जाए
- बारिश से पहले प्री-मानसून तैयारियां की जाएं
📢 निष्कर्ष:
जब भी बरेली में थोड़ी सी भी बारिश होती है, पूरा शहर जलभराव, गंदगी और बदबू से परेशान हो जाता है। स्मार्ट सिटी के दावे तब खोखले नजर आते हैं जब नागरिक बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझते हैं। अब समय आ गया है कि नगर निगम इस ओर गंभीरता से ध्यान दे।
📲 क्या आपने भी अपने क्षेत्र में ऐसी समस्या देखी है? नीचे कमेंट करें या हमें संपर्क करें।
लेखक:
अजय सक्सेना
शास्त्रीनगर – बरेली
📞 9412527799 / 9412627799