
उत्तर प्रदेश (UP) अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक धरोहर और राजनीतिक प्रभाव के लिए जाना जाता है। लेकिन अब यह राज्य आर्थिक प्रगति के मामले में भी नई ऊंचाइयों को छू रहा है। 2020 में जहां यूपी में सिर्फ 9 अरबपति थे, वहीं 2024 तक यह संख्या बढ़कर 36 हो गई।
नोएडा, कानपुर, आगरा और लखनऊ जैसे शहरों ने सबसे ज्यादा अमीर लोगों को जन्म दिया है। इस ब्लॉग में हम आपको उत्तर प्रदेश के 10 सबसे अमीर लोगों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने अपनी मेहनत और बिजनेस स्किल से अरबों की संपत्ति बनाई है।
1. मुरलीधर ज्ञानचंदानी (RSPL ग्रुप – घड़ी डिटर्जेंट)
- नेट वर्थ: ₹14,000 करोड़
- शहर: कानपुर
- उद्योग: FMCG
घरों में रोज इस्तेमाल होने वाले ‘घड़ी डिटर्जेंट’ के पीछे मुरलीधर ज्ञानचंदानी का दिमाग है। RSPL ग्रुप के मालिक मुरलीधर और उनके भाई बिमल ज्ञानचंदानी ने मिलकर अपने ब्रांड को भारत के हर घर तक पहुंचाया।
2. बिमल ज्ञानचंदानी (RSPL ग्रुप)
- नेट वर्थ: ₹9,000 करोड़
- शहर: कानपुर
- उद्योग: FMCG
मुरलीधर के भाई और बिजनेस पार्टनर बिमल ज्ञानचंदानी RSPL ग्रुप के मजबूत स्तंभों में से एक हैं। इन दोनों भाइयों ने अपनी रणनीतियों से कंपनी को FMCG सेक्टर में लीडर बना दिया।
3. विजय शेखर शर्मा (Paytm)
- नेट वर्थ: ₹8,000 करोड़
- शहर: अलीगढ़
- उद्योग: फिनटेक
Paytm के फाउंडर विजय शेखर शर्मा यूपी के अलीगढ़ से आते हैं। उन्होंने भारत में डिजिटल पेमेंट को एक नया आयाम दिया। हालांकि, हाल के दिनों में Paytm को चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन उनकी सफलता अभी भी प्रेरणादायक है।
4. दिनेश चंद्र अग्रवाल (IndiaMart)
- नेट वर्थ: ₹5,400 करोड़
- शहर: नोएडा
- उद्योग: ई-कॉमर्स
IndiaMart के संस्थापक दिनेश चंद्र अग्रवाल ने B2B मार्केटप्लेस को डिजिटल युग में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उनकी कंपनी छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए एक मजबूत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती है।
5. सचिन अग्रवाल (PolicyBazaar)
- नेट वर्थ: ₹4,800 करोड़
- शहर: नोएडा
- उद्योग: फिनटेक
PolicyBazaar के सह-संस्थापक सचिन अग्रवाल ने भारत में ऑनलाइन इंश्योरेंस को लोकप्रिय बनाया। उनकी कंपनी लोगों को आसान और किफायती बीमा योजनाएं उपलब्ध कराती है।
6. अलख पांडेय (PhysicsWallah)
- नेट वर्थ: ₹4,500 करोड़
- शहर: प्रयागराज (अब नोएडा में)
- उद्योग: एडटेक
PhysicsWallah के संस्थापक अलख पांडेय ने यूट्यूब से अपनी पढ़ाने की यात्रा शुरू की और आज उनकी कंपनी एडटेक सेक्टर में एक यूनिकॉर्न बन चुकी है। उन्होंने कई एडटेक कंपनियों का अधिग्रहण भी किया है।
7-9. प्रदीप कुमार जैन, चक्रेश कुमार जैन, नवीन कुमार जैन (PNC Infratech)
- नेट वर्थ: ₹4,400 करोड़ (प्रत्येक)
- शहर: आगरा
- उद्योग: रियल एस्टेट
PNC Infratech के प्रमुख जैन ब्रदर्स (प्रदीप, चक्रेश, नवीन) ने उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में बड़ा योगदान दिया है। उनकी कंपनी सड़कों, पुलों और अन्य निर्माण परियोजनाओं में अग्रणी है।
10. यशोवर्धन अग्रवाल (Priyagold Biscuits)
- नेट वर्थ: ₹4,000 करोड़
- शहर: नोएडा
- उद्योग: फूड एंड बेवरेजेस
Priyagold Biscuits के मालिक यशोवर्धन अग्रवाल ने भारतीय बिस्किट मार्केट में एक मजबूत पहचान बनाई है। उनकी कंपनी के उत्पाद पूरे देश में पसंद किए जाते हैं।
UP में अमीर बनने के मुख्य कारण
- बढ़ता स्टार्टअप इकोसिस्टम – फिनटेक, एडटेक और ई-कॉमर्स में कई कंपनियां उभर रही हैं।
- बिजनेस फ्रेंडली माहौल – सरकार की नई नीतियां उद्यमियों को बढ़ावा दे रही हैं।
- मजबूत औद्योगिक आधार – नोएडा, कानपुर और आगरा में मैन्युफैक्चरिंग और रियल एस्टेट सेक्टर तेजी से बढ़ रहे हैं।
- टेक्नोलॉजी और डिजिटल एडॉप्शन – डिजिटल इंडिया अभियान और ऑनलाइन बिजनेस मॉडल से नए अवसर बन रहे हैं।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश सिर्फ राजनीति और संस्कृति का केंद्र नहीं, बल्कि अब उद्योगपतियों और अरबपतियों की नई राजधानी भी बनता जा रहा है। डिटर्जेंट से लेकर डिजिटल पेमेंट और बिस्किट से लेकर बीमा तक, हर क्षेत्र में यूपी के उद्यमियों ने अपनी पहचान बनाई है।
अगर यही रफ्तार बनी रही, तो आने वाले सालों में यूपी भारत का सबसे बड़ा स्टार्टअप और बिजनेस हब बन सकता है।