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उत्तराखंड के चम्पावत में 256 करोड़ की लागत से बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्तरीय महिला स्पोर्ट्स कॉलेज, मिलेंगी मुफ्त कोचिंग और रहने की सुविधाएं

उत्तराखंड के चम्पावत जिले में 256 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक महिला स्पोर्ट्स कॉलेज का निर्माण होगा। जानें इस प्रोजेक्ट की खास बातें, लाभ और कब तक पूरा होगा पहला चरण।

राजकुमार केसरवानी ,चम्पावत


उत्तराखंड के चम्पावत में बनेगा देश का अग्रणी महिला स्पोर्ट्स कॉलेज, 256 करोड़ की लागत से मिलेंगी विश्व स्तरीय सुविधाएं

चम्पावत, उत्तराखंड: उत्तराखंड सरकार राज्य की बेटियों को वैश्विक स्तर की खेल सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक बड़ा कदम उठा रही है। जनपद चम्पावत के लोहाघाट स्टेडियम में 256 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक महिला स्पोर्ट्स कॉलेज का निर्माण किया जाएगा। यह उत्तराखंड में देहरादून और पिथौरागढ़ के बाद खुलने वाला तीसरा ऐसा कॉलेज होगा।

इस महत्वाकांक्षी परियोजना का लक्ष्य महिला खिलाड़ियों के कौशल को निखारना और उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना है। खेल सचिव श्री अमित कुमार सिन्हा ने हाल ही में निर्माण स्थल का निरीक्षण कर परियोजना की प्रगति की समीक्षा की।

प्रमुख विशेषताएं और लाभ (Key Features and Benefits):

· पूर्णतः निःशुल्क सुविधा: कॉलेज में पढ़ाई, रहना, खाना और कोचिंग की सभी सुविधाएं पूरी तरह से मुफ्त रहेंगी।
· अंतरराष्ट्रीय स्तर का इन्फ्रास्ट्रक्चर: परिसर में एक विश्व स्तरीय सिंथेटिक ट्रैक, आधुनिक हॉस्टल, प्रशासनिक भवन और प्रैक्टिस ग्राउंड बनाया जाएगा।
· महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा: यह कॉलेज न केवल खिलाड़ियों को गोल्ड मेडलिस्ट बनने में मदद करेगा, बल्कि यह क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण का एक प्रतीक भी बनेगा।
· पूरे प्रदेश के लिए अवसर: यह कॉलेज सिर्फ चम्पावत की नहीं, बल्कि उत्तराखंड की सभी प्रतिभाशाली बेटियों के लिए एक सुनहरा मौका होगा।

निर्माण की समयसीमा (Project Timeline):

निर्माण की जिम्मेदारी संभाल रहे उत्तराखंड जल संस्थान, देहरादून को निर्देश दिए गए हैं कि वह अगले 1 से 1.5 वर्षों के भीतर परियोजना के प्रथम चरण को पूरा कर ले। इस चरण में ग्राउंड, हॉस्टल और प्रशासनिक भवन तैयार किए जाएंगे ताकि खिलाड़ियों की कोचिंग शुरू की जा सके।

सचिव श्री सिन्हा ने जोर देकर कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सिंथेटिक ट्रैक पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होगा।

इस परियोजना के पूरा होने के बाद, उत्तराखंड की बेटियों को खेल के क्षेत्र में उच्च प्रशिक्षण प्राप्त करने और राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य, देश का नाम रोशन करने का बेहतरीन मंच मिलेगा।