
पीलीभीत। प्राथमिक विद्यालय टांडा छत्रपति की प्रधानाध्यापक डॉली शर्मा ने जिलाधिकारी को प्रार्थना-पत्र सौंपकर विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार पर लगातार निराधार शिकायतें करने का आरोप लगाया है। प्रधानाध्यापक का कहना है कि इन झूठी शिकायतों के चलते उनके कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है और मानसिक प्रताड़ना भी झेलनी पड़ रही है।


✅ प्रधानाध्यापक का पक्ष
प्रधानाध्यापक डॉली शर्मा ने जिलाधिकारी महोदय को दिए गए प्रार्थना-पत्र में कहा है कि –
- उन पर जातिगत भेदभाव का आरोप पूरी तरह झूठा है। वह सभी बच्चों को समान रूप से पढ़ाती हैं और खुद घर-घर जाकर बच्चों को विद्यालय आने के लिए प्रेरित करती हैं।
- शिक्षामित्र की उपस्थिति दर्ज करने के आरोप भी गलत हैं। विद्यालय में मिड-डे-मील, फल और दूध वितरण समय पर किया जा रहा है।
- अध्यक्ष द्वारा बच्चों को अपने घर बुलाकर नई ड्रेस पहनाई जाती है और कहा जाता है कि प्रधानाध्यापक ड्रेस उपलब्ध नहीं करातीं। साथ ही बच्चों से गलत बयान दिलवाए जाते हैं।
- प्रबंध समिति अध्यक्ष नियमों के विपरीत 10 वर्षों से लगातार पद पर बने हुए हैं, जबकि कार्यकाल केवल 2 वर्ष का होता है।
- विद्यालय के संयुक्त खाते में अध्यक्ष के हस्ताक्षर न करने से मरम्मत व स्टेशनरी जैसी आवश्यक सामग्री का क्रय बाधित हो रहा है।
✅ निष्पक्ष जांच की मांग
प्रधानाध्यापक का कहना है कि वह अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा व ईमानदारी के साथ कर रही हैं। इससे पहले वह राजस्व विभाग में लेखपाल पद पर भी कार्य कर चुकी हैं और उनका आचरण सदैव उत्कृष्ट पाया गया है।
उन्होंने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि प्रबंध समिति अध्यक्ष द्वारा की जा रही निराधार शिकायतों की निष्पक्ष जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाए, ताकि विद्यालय का शिक्षण कार्य सुचारू रूप से चल सके।