
बरेली (उत्तर प्रदेश):
बरेली के नवाबगंज थाना क्षेत्र के बलपुर गांव के पास स्थित जंगल में अवैध रूप से चल रही हथियार फैक्ट्री का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। यह कार्रवाई 9 अप्रैल को मिली मिलिट्री इंटेलिजेंस (MI) की गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें पुलिस, एसटीएफ-एसओजी और निगरानी टीमों की संयुक्त भूमिका रही।
रात 9:10 बजे हुई छापेमारी:
MI की सूचना पर पुलिस टीम ने जंगल में छापा मारा, जहां एक व्यक्ति को देशी हथियार बनाते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान भूपसिंह उर्फ बबलू (45), निवासी बलपुर, नवाबगंज के रूप में हुई है।
पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा:
पूछताछ में भूपसिंह ने बताया कि खेती से पर्याप्त आय न होने के कारण उसने हथियार बनाना सीख लिया था। यह काम उसे पप्पू नामक व्यक्ति ने सिखाया था, जिसकी अब मौत हो चुकी है। वह हथियारों को बनाने के लिए पुरानी कारों की स्टीयरिंग रॉड, इंजन ऑयल पंप, लोहे की प्लेटें और स्क्रैप स्प्रिंग्स का उपयोग करता था। हर हथियार वह ₹3,000 से ₹5,000 में बेचता था।
जब्त किए गए सामान:
छापेमारी के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार और निर्माण उपकरण बरामद किए:
- .315 बोर की तीन देशी पिस्तौल (एक में जिंदा कारतूस)
- .32 बोर की दो पिस्तौल (दो चले हुए खोखे सहित)
- हथियार निर्माण के उपकरण:
- 5 बैरल (.315 बोर)
- 1 हैकसॉ
- 21 ब्लेड
- मेटल फाइल
- इलेक्ट्रिक फैन
- 3 स्प्रिंग
- 10 लोहे की बड़ी प्लेटें
- हथौड़े, प्लायर, कीलें
- 2 ड्रिल मशीन
- 2 सुम्बा
सीओ हर्ष मोदी का बयान:
सीओ नवाबगंज हर्ष मोदी ने बताया कि यह कार्रवाई योजनाबद्ध तरीके से की गई और इसका उद्देश्य अवैध हथियार निर्माण पर पूर्ण विराम लगाना है। आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।