
नैनीताल पुलिस ने बनभूलपुरा में बड़ा सत्यापन अभियान चलाया। 1050 लोगों की हुई जाँच, 41 पर भारी जुर्माना। जानिए क्यों जरूरी है टेनेंट वेरिफिकेशन।

राजकुमार केसरवानी , नैनीताल
हल्द्वानी, 10 सितंबर 2025: नैनीताल पुलिस ने सुरक्षा और कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए गुरुवार को बनभूलपुरा इलाके में एक बड़ा सत्यापन अभियान (Verification Drive) चलाया। इस दौरान बाहरी लोगों के सत्यापन में 1050 से अधिक व्यक्तियों की जाँच की गई और नियमों का उल्लंघन करने पर 41 लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए कुल 1,76,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
एसएसपी के निर्देश पर हुई कार्रवाई
इस अभियान की शुरुआत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देशों के बाद की गई। एसएसपी मीणा ने जनपद में संदिग्ध तत्वों पर नजर रखने और सत्यापन नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे।
बड़ी टीम ने किया संयुक्त अभियान
9 सितंबर की इस कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक (नगर) हल्द्वानी प्रकाश चन्द्र के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया। सर्कल ऑफिसर लालकुँआ दीपशिखा अग्रवाल और सर्कल ऑफिसर रामनगर सुमित पाण्डेय की देख-रेख में इस अभियान को चलाया गया। थाना बनभूलपुरा क्षेत्र में चले इस ड्राइव में हल्द्वानी, काठगोदाम, मुखानी के अधिकारियों के अलावा पीएसी और आईआरबी की टुकड़ियों ने भी भाग लिया।
किरायेदार सत्यापन न कराने पर मकान मालिकों पर जुर्माना
इस अभियान के दौरान सबसे बड़ी कार्रवाई उन मकान मालिकों के खिलाफ की गई, जिन्होंने अपने यहाँ रह रहे किरायेदारों का सत्यापन पुलिस में नहीं कराया था। इसके तहत 17 मकान मालिकों पर पुलिस अधिनियम की धारा 83 के तहत कार्रवाई करते हुए 1,70,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया।
अनियमितता पाए जाने पर 24 लोगों पर कार्रवाई
सत्यापन के दौरान संदिग्ध पाए गए या नियम तोड़ते हुए पकड़े गए 24 अन्य लोगों के खिलाफ भी पुलिस अधिनियम की धारा 81 के तहत कार्रवाई की गई और उन पर 6000 रुपये का जुर्माना ठोका गया।
नागरिकों से सहयोग की अपील
पुलिस ने बनभूलपुरा क्षेत्र में रह रहे बाहरी नागरिकों और मकान मालिकों से अपील की है कि वे किरायेदारों का सत्यापन तुरंत कराएं और उनका विवरण स्थानीय थाने में जमा कराएं। पुलिस ने साफ किया है कि यह सत्यापन अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा और आम नागरिकों से इसमें पूरा सहयोग देने का अनुरोध किया है।
क्यों जरूरी है टेनेंट वेरिफिकेशन?
किरायेदारों का पुलिस सत्यापन कराना मकान मालिकों की कानूनी जिम्मेदारी है। इससे अपराधियों और संदिग्ध तत्वों को पनाह नहीं मिल पाती और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलती है। नियम न मानने वालों पर भारी जुर्माने का प्रावधान है।