
बरेली: नगर निगम द्वारा ₹2.88 करोड़ की लागत से डेलापीर तालाब का सुंदरीकरण किया जा रहा है, लेकिन कार्य में अपेक्षित प्रगति न मिलने पर मेयर डॉ. उमेश गौतम ने अधिकारियों की खिंचाई की। सोमवार को मौके का निरीक्षण करने पहुंचे मेयर ने सुस्त काम देखकर अधिकारियों पर नाराजगी जताई और कार्य में देरी करने वालों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।
स्थानीय लोगों की वजह से बाधा, FIR के आदेश
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि कुछ स्थानीय लोग कार्य में बाधा डाल रहे हैं, जिससे प्रोजेक्ट की गति प्रभावित हो रही है। इस पर मेयर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
नगर निगम कर्मचारी पर भी शक
अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस अवरोध के पीछे नगर निगम के एक कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध है। मेयर ने कहा कि इस कर्मचारी की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
विवादित हिस्सों को छोड़कर बाकी पर तेज हो काम
डेलापीर तालाब से जुड़े कानूनी विवादों वाले हिस्सों को अलग रखते हुए अन्य हिस्सों पर कार्य तेजी से पूरा करने के निर्देश भी दिए गए।
अधिकारियों और पार्षदों की मौजूदगी
निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी, एक्सईएन और पार्षद भी मौजूद रहे। उन्होंने सरोवर से जुड़े दस्तावेजों की समीक्षा की और सुंदरीकरण कार्यों को शीघ्र पूरा करने पर बल दिया।
गौरतलब है कि डेलापीर तालाब का सुंदरीकरण नगर निगम की एक प्रमुख परियोजना है, जिसका उद्देश्य तालाब को एक सुंदर और आकर्षक स्वरूप देना है।