
बरेली नगर निगम की बोर्ड बैठक में शनिवार को ₹833 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया। इस बजट में संपत्ति कर, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, नगर निगम की नई बिल्डिंग, आवारा कुत्ते-बंदरों की समस्या जैसे कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
833 करोड़ रुपये के बजट से बरेली को क्या मिलेगा?
नगर निगम ने इस बार विकास कार्यों को प्राथमिकता दी है। इस बजट में प्रत्येक वार्ड के लिए ₹1-1 करोड़ रुपये की विकास निधि स्वीकृत की गई है। आइए जानते हैं किन योजनाओं पर फोकस किया जाएगा:
1. नगर निगम की नई बिल्डिंग पर सवाल
बैठक की शुरुआत में नगर निगम के नए कार्यालय भवन को लेकर बहस छिड़ गई। विपक्षी पार्षदों ने भ्रष्टाचार और गुणवत्ता की अनदेखी का आरोप लगाया। पार्षद गौरव सक्सेना ने कहा कि नई बिल्डिंग की छत टपक रही है और प्लास्टर गिर रहा है।
2. आवारा कुत्ते-बंदरों से बढ़ती परेशानी
नगर निगम पर आवारा कुत्ते और बंदर पकड़ने के अभियान में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया। पार्षदों ने टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया।
3. सफाई व्यवस्था और कूड़ा प्रबंधन को बढ़ावा
- 30 वार्डों में सफाई का ठेका निजी कंपनियों को दिया गया।
- रात में सफाई व्यवस्था के लिए अलग बजट निर्धारित।
- डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए निजी एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई।
4. पार्कों और हरियाली के लिए बजट दोगुना
पार्कों की देखरेख और डिवाइडर पर पौधे लगाने के लिए बजट को ₹2 करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया गया है।
5. शहर के 80 वार्डों के लिए ₹80 करोड़ मंजूर
- कच्ची गलियों को पक्का किया जाएगा।
- जल निकासी के लिए नई नालियां बनाई जाएंगी।
- सीवर लाइन की सफाई और नए वाहन खरीद की योजना।
- मलिन बस्तियों के विकास और तालाबों के सौंदर्यीकरण पर जोर।
नगर निगम की आमदनी और खर्चे का ब्योरा
आमदनी के स्रोत:
- संपत्ति कर: ₹70 करोड़
- जलकर: ₹38 करोड़
- सीवर कर: ₹15 करोड़
- विज्ञापन से आय: ₹5.50 करोड़
- राज्य वित्त आयोग अनुदान: ₹21 करोड़
- स्वच्छ भारत मिशन: ₹5 करोड़
- अमृत योजना: ₹2 करोड़
- कान्हा पशु आश्रय योजना: ₹3 करोड़
मुख्य खर्चे:
- डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन: ₹12 करोड़
- सार्वजनिक मार्गों की सफाई: ₹7.50 करोड़
- पार्कों का रखरखाव: ₹2 करोड़
- भवनों की मरम्मत: ₹3 करोड़
- डीजल खर्च: ₹13 करोड़
- निर्माण कार्य: ₹20 करोड़
मेयर और म्युनिसिपल कमिश्नर के बयान
मेयर डॉ. उमेश गौतम ने कहा, ”यह पहली बार है कि नगर निगम का बजट ₹230 करोड़ से बढ़कर ₹800 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। 2025-26 में विकास कार्यों की बाढ़ आएगी।”
म्युनिसिपल कमिश्नर संजीव कुमार मौर्य ने कहा, ”नगर निगम की आय बढ़ाने के साथ-साथ विकास कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे समय पर संपत्ति कर जमा करें, ताकि योजनाओं को तेजी से लागू किया जा सके।”
निष्कर्ष
बरेली नगर निगम का यह बजट शहर के विकास, सफाई, जल आपूर्ति, सीवर, पार्कों के सौंदर्यीकरण और अवारा पशुओं के प्रबंधन पर केंद्रित है। अगर इसे सही तरीके से लागू किया गया तो शहर को नई दिशा मिल सकती है।
क्या आप बरेली में रहने वाले हैं? इस बजट से आपको क्या उम्मीदें हैं? कमेंट में जरूर बताएं!