
पलिया कलां (खीरी), 25 अप्रैल 2025: भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से 39वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (SSB) और नेपाल के सशस्त्र प्रहरी बल (APF) के बीच उत्तर प्रदेश के खीरी जिले के सुमेरनगर में एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सीमा पर आपसी तालमेल, संयुक्त गश्त और अवैध गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने पर विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक का आयोजन 39वीं वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट श्री रविन्द्र कुमार राजेश्वरी के निर्देशन में सीमा स्तंभ संख्या 764/5 के निकट खड्डा घाट क्षेत्र में किया गया। भारतीय पक्ष से सहायक कमांडेंट श्री सतीश कुमार व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि नेपाल की ओर से डीएसपी श्री मोहन केसी, उप निरीक्षक श्री बाबू राम और उनकी टीम ने भाग लिया।
प्रमुख बिंदु और सहमतियाँ:
- सीमा पर आपसी समन्वय: किसी भी प्रकार की टकराव या संदेहास्पद गतिविधियों से बचाव के लिए दोनों पक्षों ने मिलकर कार्य करने पर सहमति जताई।
- अवैध तस्करी पर सख्ती: शराब, मादक पदार्थ, पशु, लकड़ी व अन्य वस्तुओं की तस्करी रोकने के लिए संयुक्त अभियान चलाने की योजना।
- महिला एवं बाल तस्करी पर फोकस: संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान, फर्जी दस्तावेजों की जांच और कठोर कार्रवाई के लिए साझा रणनीति बनाई गई।
- सूचना साझा प्रणाली: दोनों देशों ने आपात स्थिति में त्वरित सूचना आदान-प्रदान और प्रभावी संचार साधनों के उपयोग पर बल दिया।
- सीमावर्ती गांवों में जागरूकता अभियान: स्थानीय नागरिकों को सीमा नियमों, अवैध गतिविधियों के खतरों और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने हेतु संयुक्त कार्यक्रम आयोजित करने पर सहमति बनी।
- धार्मिक आयोजनों पर विशेष निगरानी: भीड़भाड़ वाले आयोजनों के दौरान अतिरिक्त गश्त और सतर्कता बरतने पर सहमति।
बैठक के बाद भारत और नेपाल के सीमा बलों ने संयुक्त गश्त (Joint Patrol) कर एकता और विश्वास का मजबूत संदेश दिया। यह पहल दोनों देशों के बीच सहयोग और मित्रता को और अधिक सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।
निष्कर्ष:
भारत-नेपाल सीमा सुरक्षा में सहयोग की यह पहल न केवल सीमावर्ती क्षेत्रों की शांति बनाए रखने में सहायक होगी, बल्कि अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।