
बरेली के पॉश इलाके डीडीपुरम में गुरुवार रात पुलिस और आबकारी विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। रात 8 बजे से शुरू हुई यह छापेमारी शुक्रवार तड़के 5 बजे तक चली, जिसमें कैफे की आड़ में चल रहे हुक्का बार और अवैध शराब परोसने के धंधे का खुलासा हुआ। इस कार्रवाई में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें तीन महिलाएं शामिल हैं। आइए जानते हैं इस घटना का पूरा विवरण।
कैफों पर छापेमारी: क्या मिला?
पुलिस ने प्रेमनगर थाना क्षेत्र के डीडीपुरम में कई कैफों पर छापा मारा। इनमें से दो प्रमुख कैफे—वी-लव कैफे और डेटली कैफे—सुर्खियों में रहे।
- वी-लव कैफे: यहां से दो बोतल अंग्रेजी शराब और दो हुक्का बरामद हुए। मनी सक्सेना और दानिश सक्सेना को हिरासत में लिया गया।
- डेटली कैफे: इस कैफे से दो हुक्का और तीन बोतल शराब मिली। आरती तिवारी, रुचि पासवान, आदित्य शर्मा, अंश तिवारी, और अमरजीत को गिरफ्तार किया गया।
कुल मिलाकर, इस ऑपरेशन में 9 हुक्का, 10 बोतल अंग्रेजी शराब, और 11 मोबाइल फोन जब्त किए गए। कई अन्य कैफे संचालक कार्रवाई की भनक लगते ही अपने प्रतिष्ठान बंद कर फरार हो गए।
कैसे शुरू हुई कार्रवाई?
आबकारी निरीक्षक सुधांशु चौधरी ने बताया कि उन्हें गुरुवार र NIGHT सूचना मिली थी कि डीडीपुरम में कैफे की आड़ में हुक्का बार चल रहे हैं और नाबालिगों को भी शराब परोसी जा रही है। इसके बाद पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने डेलापीर पुलिस चौकी से फोर्स लेकर छापेमारी शुरू की। एसपी सिटी मानुष पारीक ने कहा कि यह कार्रवाई गोपनीय हेल्पलाइन पर मिली शिकायत के आधार पर की गई।
क्या हुआ नतीजा?
- गिरफ्तारी: 13 लोग हिरासत में लिए गए, जिनमें तीन महिलाएं—आरती तिवारी, रुचि पासवान, और मनी सक्सेना—शामिल हैं।
- सीलिंग: नायब तहसीलदार विधिक कुमार सिंह ने सात हुक्का बार को सील कर दिया।
- मुकदमा: 12 नामजद और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
चर्चित नाम और विवाद
इस कार्रवाई में गिरफ्तार आरती तिवारी और मनी सक्सेना चर्चा में हैं।
- आरती तिवारी: कथित तौर पर भाजपा से जुड़ी यह महिला अक्सर पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय रहती थी। उसने अपने बेटे को भी इस अवैध धंधे में शामिल कर रखा था।
- मनी सक्सेना: एक विवादित शख्सियत, जो पहले भी कई लोगों को फंसाने के मामलों में चर्चा में रही हैं।
डीडीपुरम में हुक्का बार का काला सच
बरेली का डीडीपुरम एक पॉश इलाका माना जाता है, लेकिन यहां कैफे की आड़ में हुक्का बार और शराब का धंधा फल-फूल रहा था। नाबालिगों को नशे की लत लगाने की शिकायतों ने प्रशासन को सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर किया। इस कार्रवाई से साफ है कि पुलिस और आबकारी विभाग अब ऐसे अवैध कामों पर नकेल कसने के लिए तैयार हैं।
आगे क्या?
एसपी सिटी मानुष पारीक ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जाएगी। गोपनीय हेल्पलाइन के जरिए मिलने वाली सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने सात हुक्का बार सील कर एक सख्त संदेश दिया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है।
निष्कर्ष
बरेली के डीडीपुरम में हुई इस कार्रवाई ने न केवल अवैध हुक्का बार और शराब के धंधे को उजागर किया, बल्कि समाज में नशे के बढ़ते चलन पर भी सवाल उठाए। अगर आपके आसपास भी ऐसी गतिविधियां हो रही हैं, तो पुलिस की गोपनीय हेल्पलाइन पर सूचना देकर आप भी बदलाव का हिस्सा बन सकते हैं।