
बरेली | उत्तर प्रदेश प्रशासनिक समाचार | मई 2025
बरेली में शासन की ओर से नई मुख्य विकास अधिकारी (CDO) के रूप में नियुक्त की गईं आईएएस देवयानी ने कार्यभार संभालने से पहले ही अपने सख्त तेवर दिखा दिए हैं। शनिवार को बरेली पहुंचते ही उन्होंने जिले के लगभग सभी प्रमुख विभागों को पत्र जारी कर अब तक हुए विकास कार्यों और सरकारी योजनाओं की प्रगति की रिपोर्ट मांगी है।
रविवार को भी खुले दफ्तर, अधिकारियों की उड़ी नींद
देवयानी के निर्देश मिलते ही जिले के कई विभागों में हड़कंप मच गया। रविवार की छुट्टी के बावजूद कई कार्यालय खुले, और अफसरों-बाबुओं ने लंबित फाइलों को निपटाने में दिनभर मशक्कत की। ऐसा कम ही देखा गया है जब किसी अधिकारी के चार्ज लेने से पहले ही सरकारी मशीनरी इस तरह सक्रिय हो गई हो।
किन-किन विभागों से मांगी गई जानकारी?
नई सीडीओ ने जिन विभागों से रिपोर्ट मांगी है उनमें शामिल हैं:
- जिला ग्रामीण विकास एजेंसी (DRDA)
- समाज कल्याण विभाग
- कृषि विभाग
- बाल विकास एवं पोषाहार
- दिव्यांग पेंशन
- पशुपालन व मत्स्य विभाग
- अल्पसंख्यक कल्याण
- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM)
- युवा कल्याण एवं खेल विभाग
उन्होंने सभी विभागों को सोमवार तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
देवयानी: तेज़-तर्रार और परिणामोन्मुख आईएएस
हरियाणा की मूल निवासी देवयानी ने छठे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस सेवा में प्रवेश किया था। बरेली से पहले वह झांसी में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत थीं। प्रशासनिक हलकों में उनकी पहचान एक कड़क और परिणामोन्मुख अधिकारी के रूप में है।
सूत्रों के अनुसार, देवयानी ने स्पष्ट कर दिया है कि बरेली में उनके कार्यकाल के दौरान केवल सरकारी मंशा के अनुरूप योजनाएं, जनकल्याण, और विकास कार्य ही प्राथमिकता में होंगे। लापरवाही या अनियमितता को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निष्कर्ष: बरेली में प्रशासन को मिलेगी नई दिशा
देवयानी की सख्त कार्यशैली और तेजी से लिए गए फैसले यह संकेत देते हैं कि बरेली में अब सुस्ती नहीं, तेज़ी से काम होगा। जिले के विकास कार्यों में पारदर्शिता, जवाबदेही और गति लाने के लिए उनका आगमन बेहद अहम साबित हो सकता है।