

Reporting – “AJAY SAXENA”
Bareilly, 9412627799.
नई दिल्ली, 9 अगस्त 2025: भारतीय डाक विभाग ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 1 सितंबर 2025 से रजिस्टर्ड पोस्ट सेवा को बंद करने की घोषणा की है। इसके साथ ही देश में डाक सेवाओं का एक पुराना और भरोसेमंद अध्याय समाप्त हो जाएगा। इसकी जगह अब स्पीड पोस्ट और डिजिटल डाक सेवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
क्यों बंद हो रही है रजिस्टर्ड पोस्ट?
भारतीय डाक विभाग के अनुसार, यह निर्णय आधुनिक जरूरतों और डिजिटलाइजेशन के अनुरूप लिया गया है। कुछ प्रमुख कारण हैं:
- डिजिटल संचार का बढ़ता चलन (ईमेल, व्हाट्सएप, ऑनलाइन दस्तावेज़)।
- स्पीड पोस्ट और कूरियर सेवाओं की बेहतर पहुँच।
- रजिस्टर्ड पोस्ट की मांग में भारी गिरावट।
- डाक विभाग की लागत कम करने की रणनीति।
क्या होगा रजिस्टर्ड पोस्ट का विकल्प?
- स्पीड पोस्ट – तेज़ और ट्रैक करने योग्य सेवा।
- ई-पोस्ट और डिजिटल डाक – ऑनलाइन दस्तावेज़ भेजने की सुविधा।
- प्रीमियम कूरियर सेवाएँ – महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों के लिए त्वरित वितरण।
किन्हें होगी परेशानी?
- ग्रामीण क्षेत्रों के लोग, जहाँ इंटरनेट और डिजिटल साक्षरता कम है।
- वरिष्ठ नागरिक, जो अभी भी पारंपरिक डाक पर निर्भर हैं।
- कानूनी और सरकारी दस्तावेज़ भेजने वाले लोग, जिन्हें रजिस्टर्ड पोस्ट की आदत थी।
एक युग का अंत: चिट्ठियों की दुनिया अब सिर्फ यादों में
रजिस्टर्ड पोस्ट सिर्फ एक सेवा नहीं, बल्कि भावनाओं और यादों का जरिया थी। पुरानी पीढ़ी के लिए यह खबर मन को उदास करने वाली है:
- मनी ऑर्डर, पोस्टकार्ड और हस्तलिखित चिट्ठियों का जमाना खत्म।
- पोस्टमैन की साइकिल की घंटी अब केवल स्मृतियों में गूंजेगी।
- लिफाफे खोलने, डाक टिकट चिपकाने और रजिस्टर्ड रसीद का इंतज़ार करने का मजा अब नहीं रहेगा।
निष्कर्ष
भारतीय डाक का यह फैसला प्रगति की दिशा में एक आवश्यक कदम है, लेकिन इसके साथ ही एक सादगी भरा युग भी समाप्त हो रहा है। अब डाकघर की दुनिया पूरी तरह डिजिटल और स्पीड-बेस्ड होगी, जहाँ पुरानी यादें केवल इतिहास का हिस्सा बनकर रह जाएँगी।