
पीलीभीत: कांवड़ गीत प्रकरण में फंसे शिक्षक रजनीश गंगवार के समर्थन में कुर्मी क्षत्रिय सभा आगे आई है। संगठन ने इस मामले को एक साजिश बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है और आरोप लगाया कि शिक्षक की छवि को जानबूझकर धूमिल किया जा रहा है।
कुर्मी क्षत्रिय सभा ने क्या कहा?
रविवार को हुई बैठक में संगठन के पदाधिकारियों ने मामले को गंभीरता से उठाया। उनका कहना है कि:
- “रजनीश गंगवार बच्चों को शिक्षा दे रहे थे, लेकिन कुछ लोगों ने उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया।”
- “वीडियो पहले से रिकॉर्ड करके वायरल किया गया, जबकि शिक्षक का इरादा नेक था।”
- “सोशल मीडिया पर धमकी और अभद्र टिप्पणियां करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
संगठन ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर न्याय नहीं मिला, तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे।
गांव वालों ने किया सम्मान, AAP नेता भी पहुंचे
जिस शिक्षक को विवादों में घसीटा जा रहा है, उनके अपने गांव पुरैना (पीलीभीत) में उनका भव्य स्वागत हुआ। ग्रामीणों ने उन्हें सम्मानित किया और कहा कि वे अपने बच्चों को भी रजनीश की तरह पढ़ा-लिखाकर सफल बनाना चाहते हैं।
इस मौके पर आम आदमी पार्टी (AAP) के तिरंगा शाखा के प्रदेश अध्यक्ष जनक प्रसाद के अलावा कई स्थानीय नेता भी मौजूद रहे।
क्या है पूरा मामला?
रजनीश गंगवार एक विवादित कांवड़ गीत के चलते चर्चा में आए थे, जिसमें उन पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगा। हालांकि, अब उनके समर्थन में कुर्मी समाज और गांव वाले सामने आए हैं, जो इसे राजनीतिक षड्यंत्र मान रहे हैं।
अब आगे क्या?
प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है, लेकिन अगर निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई, तो कुर्मी समाज आंदोलन पर उतर सकता है।