
शहनाज की वापसी में आई रुकावट अब खत्म
बरेली के शाहदाना चौराहे के पास रोहली टोला की रहने वाली शहनाज, पाकिस्तान से 45 दिन के वीजा पर अपने मायके आई थीं। लेकिन भारत आने के दौरान ट्रेन में उनका पासपोर्ट और वीजा चोरी हो गया, जिससे उनकी वतन वापसी अटक गई थी। छह मई को वीजा की मियाद पूरी हो रही थी, लेकिन जरूरी दस्तावेजों के अभाव में उनकी वापसी संभव नहीं हो पा रही थी।
बरेली प्रशासन की तत्परता से मिली राहत
शहनाज की मुश्किल उस वक्त हल हुई जब बरेली प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया। एसएसपी अनुराग आर्य और संबंधित विभागों ने कई स्तरों पर जांच कर रिपोर्ट विदेश मंत्रालय को भेजी। इसके बाद पाकिस्तान उच्चायोग ने शहनाज का आपातकालीन पासपोर्ट और वीजा जारी कर दिया।
अब दिल्ली से अटारी बॉर्डर के लिए होंगी रवाना
बृहस्पतिवार को खुफिया एजेंसियों की टीम शहनाज को दिल्ली ले गई, जहां उन्हें अस्थायी रूप से ठहराया गया है। अब वह भारत से एग्जिट परमिट के लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगी, जिसे एफआरआरओ लखनऊ द्वारा स्वीकृति दी जाएगी। अनुमति मिलते ही उन्हें अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान भेजा जाएगा।
स्थानीय क्षेत्र में मचा रहा कौतूहल
शहनाज की स्थिति को जानकर उनके मोहल्ले में काफी हलचल रही। सलीम के घर सुबह से ही पुलिस, खुफिया एजेंसियों और मीडिया की मौजूदगी देखी गई। लोगों में इस बात को लेकर चर्चा रही कि कैसे एक आम महिला की जिंदगी अचानक सुर्खियों में आ गई।
निष्कर्ष: मानवीय दृष्टिकोण से एक सुकूनभरी खबर
शहनाज की सुरक्षित वापसी इस बात का उदाहरण है कि जब सरकारें और अधिकारी संवेदनशीलता के साथ काम करें, तो कोई भी मुश्किल आसान हो सकती है। यह घटना भारत-पाक संबंधों की पेचीदगी के बीच एक मानवीय पहलू को उजागर करती है।