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म्यांमार से छुड़ाए गए भारतीय: साइबर माफिया के जाल में कैसे फंसे और सरकार ने कैसे बचाया?


हाल ही में भारत सरकार ने एक बड़ा बचाव अभियान चलाकर म्यांमार से 530 भारतीयों को छुड़ाया, जिनमें उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के युवा शामिल थे। इन्हें नौकरी का झांसा देकर म्यांमार ले जाया गया था और जबरन साइबर क्राइम में धकेला गया। इस घटना ने मानव तस्करी और साइबर माफिया के एक बड़े नेटवर्क को उजागर किया है।

कैसे फंसे भारतीय साइबर माफिया के जाल में?

आज के डिजिटल युग में नौकरी की तलाश में युवा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर निर्भर रहते हैं। इस मामले में भी साइबर माफिया ने सोशल मीडिया और फर्जी वेबसाइट्स के जरिए लोगों को हाई-पेइंग जॉब का लालच दिया

  • आकर्षक नौकरी के ऑफर: भारतीय युवाओं को IT सेक्टर, डाटा एंट्री, कस्टमर सपोर्ट जैसी नौकरियों का ऑफर दिया गया।
  • विदेश में बेहतर सैलरी का झांसा: कई युवाओं को 1.5 से 2 लाख रुपये महीने की सैलरी का वादा किया गया
  • वीजा और ट्रैवल की फुल फैसिलिटी: एजेंट्स ने वीजा और टिकट अरेंज कर दिए, जिससे कोई शक न हो।
  • म्यांमार पहुंचते ही बंधक बना लिया गया: वहां पहुंचते ही युवाओं के पासपोर्ट और डॉक्यूमेंट्स छीन लिए गए और उनसे ऑनलाइन ठगी करवाने का दबाव डाला गया

म्यांमार से भारतीयों की वापसी – सरकार की बड़ी कार्रवाई

जब इन युवाओं के परिवारों को उनके बंदी बनाए जाने की सूचना मिली, तो उन्होंने सरकार से मदद मांगी। इसके बाद विदेश मंत्रालय, इंटेलिजेंस एजेंसियों और राज्य पुलिस ने मिलकर इनकी वापसी के लिए ऑपरेशन चलाया

  • 530 भारतीयों को छुड़ाया गया (अब तक की कुल संख्या)।
  • हिंडन एयरबेस पर लाए गए 53 लोग, जिनमें यूपी के 21 युवा शामिल थे।
  • लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) और पुलिस ने करीब 3 घंटे तक पूछताछ की।
  • युवाओं को लखनऊ भेजा गया, फिर उनके गृह जिलों में रवाना किया गया।

कौन है इस मानव तस्करी के पीछे?

ये पूरी घटना एक संगठित साइबर माफिया गैंग के इशारों पर चल रही थी, जो एशिया के कई देशों में सक्रिय है।

  • फर्जी इंटरनेशनल जॉब एजेंसीज: ये माफिया सोशल मीडिया और टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर नौकरी के झूठे विज्ञापन डालते हैं
  • लोकल एजेंट्स की भूमिका: भारतीय एजेंट ही इन युवाओं को फंसाकर वीजा प्रोसेसिंग में मदद करते हैं।
  • साइबर क्राइम सिंडिकेट: म्यांमार, कंबोडिया और थाईलैंड में बड़ी संख्या में लोगों को फंसाकर उनसे ऑनलाइन ठगी करवाई जाती है

कैसे बचें ऐसी ठगी से?

अगर आप या आपके कोई जानने वाले विदेश में नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें –

  1. किसी भी जॉब ऑफर को क्रॉस-चेक करें – कंपनी की वेबसाइट और रिव्यू देखें।
  2. फ्री वीजा और टिकट वाले ऑफर्स से बचें – कोई भी प्रतिष्ठित कंपनी बिना इंटरव्यू के आपको वीजा नहीं दिलवाएगी।
  3. सरकारी पोर्टल से वेरिफिकेशन करें – विदेश मंत्रालय की वेबसाइट से एजेंसी की वैधता चेक करें।
  4. सोशल मीडिया स्कैम से बचें – WhatsApp, Facebook, और Telegram पर अनजान लोगों से जॉब ऑफर एक्सेप्ट न करें।
  5. परिवार और दोस्तों को सूचित करें – विदेश जाने से पहले अपने करीबी लोगों को पूरी जानकारी दें।

निष्कर्ष

म्यांमार से छुड़ाए गए भारतीयों की यह घटना साइबर माफिया के बढ़ते खतरे को उजागर करती है। नौकरी की तलाश में लोग अक्सर जालसाजों के शिकार बन जाते हैं। सरकार की इस तेजी से कार्रवाई ने सैकड़ों लोगों को बचाया, लेकिन यह घटना हमें सतर्क रहने की सीख भी देती है।

क्या आपने भी कभी विदेश में नौकरी के ऐसे ऑफर्स देखे हैं? अपने अनुभव हमारे साथ कमेंट में शेयर करें!