
भारत में सड़क परिवहन का तेजी से विकास हो रहा है। भारतमाला परियोजना के अंतर्गत देश भर में कई नई एक्सप्रेसवे परियोजनाएं शुरू की गई हैं। इनका मकसद न सिर्फ यात्रा के समय को कम करना है, बल्कि व्यापार, पर्यटन और आर्थिक विकास को भी रफ्तार देना है। आइए जानते हैं भारत के उन 10 प्रमुख एक्सप्रेसवे के बारे में, जो आने वाले समय में भारत की तस्वीर बदल देंगे।
1. हैदराबाद-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 222 किलोमीटर
- राज्य: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश
- विशेषता: यह एक्सप्रेसवे दोनों शहरों के बीच यात्रा को तेजी से पूरा करेगा, जिससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
2. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 1,386 किलोमीटर
- राज्य: दिल्ली, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, गुजरात, एमपी, महाराष्ट्र
- यात्रा समय: 12 घंटे
- विशेषता: भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे, जो देश के दो सबसे बड़े शहरों को जोड़ेगा।
3. दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 669 किलोमीटर
- राज्य: हरियाणा और पंजाब
- यात्रा समय: 6 घंटे
- विशेषता: धार्मिक यात्रियों के लिए एक वरदान।
4. वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 612 किलोमीटर
- राज्य: यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल
- यात्रा समय: 9 घंटे
- विशेषता: पूर्वी भारत को सशक्त सड़क नेटवर्क से जोड़ेगा।
5. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 239 किलोमीटर
- राज्य: दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड
- यात्रा समय में कमी: 2.5 घंटे
- विशेषता: उत्तराखंड के पर्यटन को मिलेगी नई दिशा।
6. इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 525 किलोमीटर
- राज्य: एमपी, महाराष्ट्र, तेलंगाना
- विशेषता: मध्य और दक्षिण भारत के बीच तेज और सुरक्षित यात्रा मार्ग।
7. अमृतसर-भटिंडा-जामनगर एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 917 किलोमीटर
- राज्य: पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात
- विशेषता: उत्तर भारत को पश्चिम भारत के पोर्ट्स से जोड़ेगा।
8. सूरत-नासिक-सोलापुर एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 730 किलोमीटर
- राज्य: गुजरात और महाराष्ट्र
- विशेषता: औद्योगिक और कृषि गतिविधियों को बढ़ावा देगा।
9. कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 63 किलोमीटर
- राज्य: उत्तर प्रदेश
- यात्रा समय: 60 मिनट
- विशेषता: दो बड़े शहरों के बीच हाई-स्पीड कनेक्टिविटी।
10. बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 262 किलोमीटर
- राज्य: कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु
- यात्रा समय: 2 घंटे
- विशेषता: दक्षिण भारत के दो बड़े महानगरों को जोड़ेगा।
निष्कर्ष
इन नए एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स से न केवल आम नागरिकों की यात्रा आसान होगी, बल्कि इससे देश के बुनियादी ढांचे को भी मजबूती मिलेगी। साथ ही, रियल एस्टेट और इंडस्ट्रियल विकास को भी बड़ा फायदा होगा। यदि आप इन एक्सप्रेसवे के आस-पास निवेश की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए एक शानदार अवसर हो सकता है।