
सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में हजारों की भीड़ ने जातिवादी मानसिकता और संविधान विरोधी ताकतों के खिलाफ किया शांतिपूर्ण प्रदर्शन, राज्यपाल को सौंपा गया ज्ञापन।
बरेली में समाजवादी पार्टी ने संविधान, सामाजिक न्याय और रमेश लाल सुमन को मिली धमकी के विरोध में विशाल धरना आयोजित किया। हजारों लोगों की भागीदारी ने इस प्रदर्शन को ऐतिहासिक बना दिया।
बरेली, 30 अप्रैल 2025:
समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को बरेली के सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में संविधान की रक्षा, सामाजिक न्याय और जातीय सौहार्द के समर्थन में एक ऐतिहासिक धरना-प्रदर्शन किया। इस धरने की अगुवाई राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन और युवा नेता अशोक यादव ने की। हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, महिलाओं और युवाओं ने प्रदर्शन में भाग लिया।
यह धरना करणी सेना द्वारा रामजी लाल सुमन को दी गई जानलेवा धमकी और जाति विशेष के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणियों के विरोध में आयोजित किया गया था।
धरना स्थल पर गूंजे संविधान बचाने के नारे
प्रदर्शन के दौरान “संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ”, “जातिवाद मुर्दाबाद” और “नफरत नहीं, भाईचारा चाहिए” जैसे गगनभेदी नारों ने माहौल को जोश से भर दिया। प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा लेकिन इसमें जनता की ऊर्जा और एकता साफ झलक रही थी।
नेताओं ने रखी तीखी बातें, प्रशासन को चेतावनी
समाजवादी पार्टी के बरेली जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप ने कहा:
“यह सिर्फ एक नेता की नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र की लड़ाई है।”
समीम खां सुल्तानी ने कहा:
“जातीय विद्वेष फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।”
राज्यपाल को सौंपा गया ज्ञापन, रखी गईं चार अहम मांगें
धरने के अंत में राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमें निम्नलिखित मांगें की गईं:
- रामजी लाल सुमन को तत्काल सुरक्षा दी जाए।
- धमकी देने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो।
- जातीय विद्वेष फैलाने वालों पर तत्काल FIR दर्ज हो।
- सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिशों पर सख्त रोक लगे।
जनता ने दिखाया दम, बना ऐतिहासिक क्षण
इस धरना-प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया कि बरेली की जनता अब नफरत, जातिवाद और असमानता की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी। इस आयोजन ने प्रदेशभर में एक मजबूत सामाजिक और राजनीतिक संदेश दिया है।