
राजश्री मेडिकल कॉलेज के दो छात्रों में से एक को ग्रामीणों ने बचा लिया, जबकि हरियाणा निवासी छात्र शनिदेव का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। घटना भाखड़ा और बहगुल नदियों के संगम की है।
बरेली, उत्तर प्रदेश |
शनिवार की रात राजश्री मेडिकल कॉलेज, फतेहगंज पश्चिमी, बरेली के दो एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र पिपरिया गांव के पास बह रही भाखड़ा और बहगुल नदियों के संगम पर नहाने गए थे। नहाते समय गहराई में जाने के कारण दोनों छात्र पानी की तेज धाराओं में बहने लगे।
स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक छात्र आराध्य मिश्रा (निवासी गोरखपुर) को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। लेकिन दूसरा छात्र शनिदेव (निवासी महेंद्रगढ़, हरियाणा) नदी की गहराई और भंवर में फंसकर बह गया।
18-20 फीट गहरी जगह पर हादसा, रात में नहीं मिल पाई मदद
इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार चतुर्वेदी के अनुसार, जिस स्थान पर यह हादसा हुआ, वहां पानी की गहराई लगभग 18 से 20 फीट है। दो नदियों के संगम पर बना भंवर काफी खतरनाक बताया जा रहा है।
स्थानीय तैराकों ने शनिदेव को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। बाहरी गोताखोरों से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने रात के अंधेरे और पानी की स्थिति को देखते हुए तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू करने में असमर्थता जताई।
सुबह फिर शुरू होगा रेस्क्यू ऑपरेशन
रविवार सुबह होते ही पुलिस व गोताखोरों की टीम फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू करेगी। स्थानीय प्रशासन की निगरानी में यह तलाशी अभियान जारी रहेगा।
स्थानीय लोगों ने की चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा व्यवस्था की मांग
घटना के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि नदियों के संगम, खासकर जहां गहराई और भंवर हों, वहां चेतावनी बोर्ड, सुरक्षा गार्ड और रेस्क्यू बोट्स की व्यवस्था की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।