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“मेरी जैविक उम्र अब सिर्फ 10 साल है” — अमर बनने की कोशिश में लगे अरबपति ब्रायन जॉनसन का सनसनीखेज दावा

क्या इंसान की उम्र को रोका जा सकता है? क्या कोई व्यक्ति फिर से युवा बन सकता है? इन सवालों के जवाब की तलाश में कई वैज्ञानिक और अरबपति लगे हुए हैं। लेकिन हाल ही में अमेरिका के एक बिजनेस टाइकून ब्रायन जॉनसन (Bryan Johnson) ने ऐसा दावा किया है जिसने दुनिया भर के लोगों को चौंका दिया।

ब्रायन का कहना है कि —

“मेरी जैविक उम्र अब सिर्फ 10 साल है।”

उन्होंने यह दावा अपने शरीर के टेलिमोर (Telomere) डेटा के आधार पर किया है। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि जैविक उम्र क्या होती है, टेलिमोर कैसे काम करते हैं, और ब्रायन जॉनसन अपनी उम्र को पीछे कैसे ले जा रहे हैं।


ब्रायन जॉनसन कौन हैं?

ब्रायन जॉनसन एक अमेरिकी उद्यमी, निवेशक और बायोहैकर हैं। वे “BluePrint” नाम की एक जीवनशैली प्रणाली चला रहे हैं जिसके तहत वे अपनी उम्र को रिवर्स करने की कोशिश कर रहे हैं। वे हर साल लगभग 13.66 करोड़ रुपये (1.6 मिलियन डॉलर) अपनी सेहत और युवावस्था को बनाए रखने पर खर्च करते हैं।


जैविक उम्र बनाम वास्तविक उम्र

  • वास्तविक उम्र वह होती है जो आपके जन्म के दिन से लेकर आज तक की होती है।
  • जैविक उम्र वह होती है जो आपके शरीर की कोशिकाओं, अंगों और प्रणाली की कार्यक्षमता को दर्शाती है।

उदाहरण के लिए, एक 47 साल का व्यक्ति जैविक रूप से 30 साल का हो सकता है यदि उसकी कोशिकाएं, अंग और मेटाबॉलिज्म उसी उम्र के जैसे हों।


टेलिमोर क्या होते हैं?

टेलिमोर्स डीएनए के अंत में पाए जाने वाले छोटे सुरक्षा कवर होते हैं। इन्हें आप जूते के फीते के आखिरी हिस्से (प्लास्टिक कवर) की तरह समझ सकते हैं। इनका काम है:

  • कोशिकाओं को विभाजित होने में मदद करना
  • डीएनए को क्षति से बचाना
  • बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमा करना

जैसे-जैसे टेलिमोर्स छोटे होते जाते हैं, वैसे-वैसे हमारी कोशिकाएं बूढ़ी और कमजोर होती जाती हैं।


ब्रायन जॉनसन ने क्या दावा किया है?

ब्रायन जॉनसन ने अपने एक्स (ट्विटर) पोस्ट में बताया:

  • टेलिमोर की लंबाई: 10.27 किलोबेस
  • टेलिमोरेज़ एंजाइम की एक्टिविटी: 7.7%
  • निष्कर्ष: उनकी जैविक उम्र 10 साल है, जबकि असली उम्र 47 साल।

यह डेटा एक ऐसे डेटाबेस पर आधारित है जिसमें 15,000 से अधिक लोगों के टेस्ट शामिल थे। जॉनसन का मानना है कि उनकी कोशिकाएं एक 10 साल के बच्चे की तरह व्यवहार कर रही हैं।


ब्रायन जॉनसन के बायोहैकिंग उपाय

ब्रायन कोई एक उपाय नहीं, बल्कि सैकड़ों जैविक तकनीक और प्रक्रियाएं फॉलो करते हैं:

1. ब्लड ट्रांसफ्यूजन

  • उन्होंने अपने बेटे के खून का ट्रांसफ्यूजन करवाया है ताकि युवा कोशिकाएं उनके शरीर में सक्रिय रहें।

2. डेली मेडिकल मॉनिटरिंग

  • हर दिन हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर, शुगर, नींद, ऑक्सीजन लेवल आदि मॉनिटर होते हैं।

3. सख्त डाइट

  • ब्रायन दिन में सिर्फ 1,977 कैलोरी लेते हैं और 100 से अधिक सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं।

4. AI और बायो-डाटा एनालिसिस

  • उनके स्वास्थ्य से जुड़ा सारा डेटा AI द्वारा प्रोसेस होता है ताकि रियल टाइम में निर्णय लिए जा सकें।

5. एक्सरसाइज और फिजिकल रूटीन

  • वे हर दिन व्यायाम करते हैं, स्लीप ट्रैकिंग करते हैं और धूप के समय को सीमित करते हैं।

वैज्ञानिक क्या कहते हैं?

वैज्ञानिक मानते हैं कि टेलिमोर डेटा इंसान की उम्र के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दे सकता है, लेकिन इसे संपूर्ण प्रमाण नहीं माना जा सकता।

कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि:

“जैविक उम्र को घटाने के कुछ उपाय काम कर सकते हैं, लेकिन इस दिशा में ठोस निष्कर्षों के लिए और अध्ययन ज़रूरी हैं।”


सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया

ब्रायन जॉनसन के दावों को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं।

  • कुछ लोग इसे भविष्य की झलक मानते हैं।
  • वहीं, कई लोग इसे धोखा या मार्केटिंग स्टंट भी कहते हैं।

क्या अमरता संभव है?

अब सवाल उठता है — क्या इंसान अमर बन सकता है?
फिलहाल इसका सीधा जवाब नहीं है। लेकिन ब्रायन जॉनसन जैसे लोग निश्चित रूप से उस दिशा में प्रयोग कर रहे हैं। यदि यह काम करता है, तो भविष्य में बुढ़ापा सिर्फ एक विकल्प बन सकता है।


निष्कर्ष:

ब्रायन जॉनसन का दावा एक ओर जहां उत्सुकता जगाता है, वहीं यह वैज्ञानिक शोध और बायोटेक्नोलॉजी की शक्ति को भी दर्शाता है।

क्या हम आने वाले दशकों में जैविक उम्र को नियंत्रित कर पाएंगे?
क्या बुढ़ापा वाकई में रोका जा सकेगा?

इसका जवाब विज्ञान के आगे बढ़ने पर निर्भर करेगा।