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शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट में भीषण आग: दो मरीजों की दर्दनाक मौत, कई घायल

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। रविवार, 25 मई 2025 को शाम करीब 4:30 बजे शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब इमरजेंसी वार्ड के पास स्थित ऑक्सीजन प्लांट में गैस लीक होने से भयंकर आग लग गई।

क्या है घटना की पूरी जानकारी?

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ऑक्सीजन प्लांट से अचानक गैस लीक होने लगी। गैस के रिसाव के कुछ ही पलों बाद जोरदार आवाज के साथ वहां आग की लपटें उठने लगीं। आग लगते ही अस्पताल के भीतर मौजूद मरीज, तीमारदार और स्टाफ जान बचाकर भागने लगे

अस्पताल प्रशासन की लापरवाही उस वक्त और उजागर हो गई, जब डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ खुद भी बचकर भागते नजर आए। किसी ने मरीजों को निकालने की कोशिश तक नहीं की।

कितने लोगों की हुई जानमाल की हानि?

अब तक मिली जानकारी के अनुसार, इस हादसे में दो मरीजों की मौत हो चुकी है, जिनकी पहचान इस प्रकार है:

  • रामनरेश, निवासी चक कंधऊ, थाना सिंधौली
  • सुशीला, निवासी पलिया खुर्द, जनपद हरदोई

इसके अलावा कई मरीज और तीमारदार घायल बताए जा रहे हैं, जिनका इलाज जारी है।

मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीमें

घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं। जिला प्रशासन, एसपी, और अन्य उच्चाधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। मेडिकल कॉलेज परिसर को सील कर दिया गया है, और किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

लोगों में आक्रोश और चिंता

इस भयावह हादसे के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। लोग अस्पताल प्रशासन से सवाल पूछ रहे हैं कि इतनी गंभीर घटना के बावजूद आपातकालीन सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं थी? ऑक्सीजन जैसी ज्वलनशील गैस के साथ सुरक्षा के सभी मानकों की अवहेलना कैसे की गई?

अब सवाल ये उठता है:

  • क्या मेडिकल कॉलेज प्रशासन को पहले से ऑक्सीजन लीक की जानकारी थी?
  • क्या फायर सेफ्टी ऑडिट नियमित रूप से किया गया था?
  • अस्पताल में इमरजेंसी के वक्त मरीजों को सुरक्षित निकालने की कोई व्यवस्था थी?

निष्कर्ष

यह हादसा एक गंभीर चेतावनी है कि अस्पताल जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी के क्या परिणाम हो सकते हैं। उम्मीद है कि जांच में दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी, और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।