
ग्रामीण भारत में महिलाएं अब केवल घर की चारदीवारी तक सीमित नहीं हैं। वे अपने सपनों को सच करने और समाज में बदलाव लाने के लिए कदम बढ़ा रही हैं। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है ब्लॉक भोजीपुरा की ग्राम पंचायत भैरपुरा खजुरिया की दीदी ज्ञानवती की, जिन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत ₹5 लाख का लोन प्राप्त कर अपने क्षेत्र में एक बुटीक केंद्र की स्थापना की। यह पहल न केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता की कहानी है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता और रोजगार सृजन का एक शानदार उदाहरण भी है।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना: सपनों को उड़ान देने का माध्यम
उत्तर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना युवाओं और महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है। इस योजना के तहत कम ब्याज दरों पर लोन उपलब्ध कराया जाता है, जिससे लोग अपने छोटे-बड़े व्यवसाय शुरू कर सकें। दीदी ज्ञानवती, जो नारायण सकार हरी स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं, ने इस योजना का लाभ उठाकर अपने सपनों को हकीकत में बदला। ₹5 लाख के लोन की मदद से उन्होंने भैरपुरा खजुरिया में एक बुटीक खोला, जो स्थानीय महिलाओं के लिए रोजगार और सेवाओं का केंद्र बनेगा।
बुटीक का उद्घाटन: एक नई शुरुआत
इस बुटीक का उद्घाटन ब्लॉक प्रमुख योगेश पटेल ने किया। उद्घाटन समारोह में खंड विकास अधिकारी कमल श्रीवास्तव, एडीओ (आईएसबी) अनुज सिंह राणा, बीएमएम एन.के. पटेल, समाजसेवी सुरेश और प्रमुख प्रतिनिधि योगेश कटियार जैसे गणमान्य लोग शामिल हुए। सभी ने ज्ञानवती के इस साहसिक कदम की सराहना की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
ब्लॉक प्रमुख योगेश पटेल ने इस अवसर पर कहा,
“मैं सदैव जनता की सेवा और उनके विकास के लिए तत्पर हूँ। ऐसे प्रयास ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।”
ग्राम विकास में महिलाओं की भूमिका
यह बुटीक केवल एक व्यवसाय नहीं है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और महिलाओं को सशक्त बनाने का एक प्रतीक है। ज्ञानवती का यह प्रयास न केवल उनके परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर करेगा, बल्कि स्थानीय महिलाओं को सिलाई, डिजाइनिंग और अन्य कौशल सीखने का अवसर भी प्रदान करेगा। अधिकारियों ने इसे ग्राम विकास में महिलाओं की भागीदारी का एक सराहनीय उदाहरण बताया।
आत्मनिर्भरता की प्रेरणा
ज्ञानवती की यह पहल अन्य ग्रामीण महिलाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। यह दर्शाती है कि सही अवसर और थोड़े से समर्थन से महिलाएं अपने सपनों को पूरा कर सकती हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं। यह बुटीक न सिर्फ फैशन और सेवाओं का केंद्र बनेगा, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में भी योगदान देगा।
निष्कर्ष
भैरपुरा खजुरिया का यह बुटीक केंद्र मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना की सफलता का जीवंत प्रमाण है। दीदी ज्ञानवती ने न केवल अपने लिए एक नई राह बनाई, बल्कि अपने समुदाय के लिए भी एक मिसाल कायम की। यह कहानी हर उस महिला को प्रेरित करती है जो अपने सपनों को सच करना चाहती है।
क्या आप भी ऐसी योजनाओं के बारे में जानना चाहते हैं या अपने क्षेत्र में उद्यम शुरू करने की सोच रहे हैं? अपनी राय और सुझाव कमेंट में जरूर साझा करें!