शारदा नदी धनहरा घाट पर बनेगा पक्का पुल, अक्टूबर से शुरू होगा निर्माण कार्य


80 गांवों के 3 लाख लोगों को मिलेगा सीधा लाभ, बरसात में अब नहीं करना होगा लंबा चक्कर

स्थान: खजुरिया/पलिया (लखीमपुर खीरी)
रिपोर्ट: डी.पी. मिश्रा


शारदा नदी पर पक्का पुल बनने की मिली हरी झंडी

लखीमपुर खीरी और पीलीभीत के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। शारदा नदी के धनहरा घाट पर पक्का पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस पुल के बनने से 80 गांवों के करीब 3 लाख लोगों को बरसात में होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी। पुल से भारत-नेपाल सीमावर्ती इलाकों के लोगों को भी सीधा लाभ मिलेगा।


बरसात में होता था लंबा चक्कर, अब दूरी घटकर रह जाएगी सिर्फ 28 किमी

हर साल बरसात के मौसम में ट्रांस शारदा क्षेत्र के ग्रामीणों को पूरनपुर और पीलीभीत जाने के लिए 125 किमी लंबा सफर करना पड़ता था। इस दौरान पेंटून पुल अस्थायी रूप से बनाया जाता था जो केवल जून तक कार्यरत रहता था। लेकिन अब जब पक्का पुल बन जाएगा, तो खजुरिया से पूरनपुर की दूरी केवल 28 किमी रह जाएगी।


269 करोड़ की लागत से बनेगा 3.28 किमी लंबा पुल

उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पुल के निर्माण के लिए 269 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। इसमें से 94 करोड़ रुपये की पहली किस्त पहले ही जारी कर दी गई है। पुल निर्माण का कार्य उत्तर प्रदेश सेतु निगम की निगरानी में होगा और टेंडर अरविंद टेकनो कंपनी प्रा.लि., दिल्ली को मिला है।


अक्टूबर 2025 से शुरू होगा निर्माण कार्य

पुल के निर्माण से पहले मिट्टी जांच (Soil Testing) का कार्य तेज़ी से चल रहा है। इसके लिए लखनऊ की सिमकान टेकनो प्रा.लि. को हायर किया गया है। 15 अप्रैल को नारियल फोड़कर मिट्टी जांच का शुभारंभ किया गया। मिट्टी जांच की प्रक्रिया दो महीने तक चलेगी। इसके बाद अक्टूबर 2025 से पुल निर्माण का कार्य औपचारिक रूप से शुरू हो जाएगा।


पुल निर्माण से व्यापार और संपर्क को मिलेगा बढ़ावा

विधायक बाबूराम पासवान ने बताया कि इस पुल की मांग पिछले कई वर्षों से की जा रही थी। अब जाकर यह सपना साकार हो रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री और सांसद जितिन प्रसाद के प्रयासों से वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त हो चुका है।


निष्कर्ष

धनहरा घाट पर शारदा नदी पर पक्का पुल बनना न सिर्फ एक बुनियादी ढांचे की उपलब्धि है, बल्कि यह ट्रांस शारदा क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक और व्यापारिक विकास की नई राह खोलेगा। क्षेत्रीय लोगों के लिए यह पुल एक जीवनरेखा साबित होगा।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *