
शाहजहांपुर | 25 मई 2025
एमबीबीएस अंतिम वर्ष के 96 छात्रों को जनरल मेडिसिन प्रैक्टिकल परीक्षा में जानबूझकर फेल करने के मामले में रूहेलखंड विश्वविद्यालय (रुविवि) ने वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज, बंथरा, शाहजहांपुर पर बड़ी कार्रवाई की है। विश्वविद्यालय ने कॉलेज को दोषी मानते हुए प्रति छात्र ₹10,000 के हिसाब से कुल ₹9.6 लाख का जुर्माना लगाया है।
छात्रों की शिकायत पर हुई जांच, सामने आई बड़ी लापरवाही
छात्रों ने रिजल्ट आने के बाद यूनिवर्सिटी को शिकायत भेजी थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें जानबूझकर फेल किया गया। रुविवि के कुलपति प्रो. के.पी. सिंह ने तत्काल एक जांच समिति गठित की। रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि आंतरिक परीक्षकों ने छात्रों को अनुचित रूप से फेल किया, और कॉलेज प्रशासन ने शिकायतों की अनदेखी की।
कड़ी कार्रवाई: विभागाध्यक्ष की सेवा समाप्त, परीक्षक निलंबित
जांच रिपोर्ट के आधार पर विश्वविद्यालय ने दो बड़े निर्णय लिए:
- विभागाध्यक्ष डॉ. धनकर ठाकुर की सेवा समाप्त कर दी गई।
- आंतरिक परीक्षक डॉ. विवेक कुमार वर्मा को किया गया निलंबित।
साथ ही कॉलेज प्रशासन को दोषी मानते हुए उस पर जुर्माना लगाया गया है।
छात्रों को मिलेगा न्याय: दोबारा होगी परीक्षा
रुविवि ने यह भी ऐलान किया है कि जनरल मेडिसिन की प्रैक्टिकल परीक्षा दोबारा कराई जाएगी। परीक्षा प्रो. आलोक श्रीवास्तव और डॉ. आभा त्रिवेदी की निगरानी में होगी। परीक्षा का खर्च कॉलेज उठाएगा, जबकि छात्रों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
मुख्य बिंदु (Highlights):
- 96 छात्रों को फेल करने पर मेडिकल कॉलेज पर ₹9.6 लाख जुर्माना।
- जांच में सामने आया शिक्षकों की मिलीभगत से छात्रों को फेल किया गया।
- विभागाध्यक्ष की सेवा समाप्त, परीक्षक निलंबित।
- विश्वविद्यालय कराएगा दोबारा से परीक्षा, छात्रों से नहीं लिया जाएगा शुल्क।