
महाराजगंज, उत्तर प्रदेश – नेपाल सीमा से सटे महाराजगंज जिले में सोमवार को प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। निचलौल तहसील के रामनगर गांव में तालाब की सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बने मदरसा इस्लामिया अरबिया चिश्तिया फैजुर्रशुल को बुलडोजर से गिरा दिया गया। यह कदम वक्फ कानून लागू होने के बाद सरकारी जमीन पर बने धार्मिक स्थलों के खिलाफ तेज हुई कार्रवाई का हिस्सा है।
कड़ी सुरक्षा के बीच कार्रवाई
उपजिलाधिकारी निचलौल शैलेंद्र कुमार और क्षेत्राधिकारी अनुज सिंह के नेतृत्व में राजस्व विभाग और पुलिस बल की मौजूदगी में यह कार्रवाई की गई। पहले भूमि की पैमाइश और सीमांकन किया गया, जिसके बाद बुलडोजर की मदद से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर तालाब की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया।
सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम
प्रशासन के अनुसार, नेपाल सीमा से लगे इलाके में 19 धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया गया है, जिनका निर्माण सरकारी भूमि पर अवैध रूप से किया गया था। इनमें मस्जिदें, मदरसे और ईदगाह शामिल हैं। अधिकारियों के मुताबिक, इनमें से कई निर्माण 20 से 40 साल पहले किए गए थे।
26 अप्रैल को भी हुई थी कार्रवाई
इससे पहले 26 अप्रैल को भी निचलौल क्षेत्र के गेड़हवा गांव में नदी की भूमि पर बने एक मजार को बुलडोजर से हटाया गया था। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि चिन्हित सभी अतिक्रमणों पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन का सख्त संदेश
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सरकारी भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह धार्मिक स्थल ही क्यों न हो। वक्फ कानून के सख्त प्रावधानों के तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सरकारी जमीनें अतिक्रमण मुक्त रहें।
निष्कर्ष
नेपाल सीमा से सटे महाराजगंज जिले में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे के खिलाफ कार्रवाई ने रफ्तार पकड़ ली है। आने वाले दिनों में अन्य चिन्हित धार्मिक स्थलों पर भी बुलडोजर चल सकता है। प्रशासन की इस सख्ती से स्पष्ट है कि अब किसी भी तरह के अवैध निर्माण को संरक्षण नहीं मिलेगा।