बरेली में आंगनबाड़ी भर्ती घोटाला: सीडीपीओ रिश्वत लेते पकड़े गए, वीडियो वायरल


आंगनबाड़ी भर्ती में फिर उभरा भ्रष्टाचार का मामला

उत्तर प्रदेश के जनपद बरेली में एक बार फिर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भर्ती घोटाला चर्चा में है। सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना अधिकारी) का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह एक महिला से रिश्वत लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है और विभाग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


अभ्यर्थियों का आरोप: पैसे दो, नौकरी लो

हाल ही में सरकार द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी। लेकिन बरेली के कई अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि—

  • अधिक पैसे देने वालों को ही चयनित किया गया।
  • योग्यता और नियमों को दरकिनार कर मनमानी की गई।
  • चयन प्रक्रिया पूरी तरह भ्रष्टाचार पर आधारित रही।

कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि डेढ़ लाख रुपये तक की मांग की गई थी। कई लोगों ने वीडियो और ऑडियो सबूत के साथ उच्च अधिकारियों से शिकायतें भी की थीं।


वायरल वीडियो में सीडीपीओ रिश्वत लेते हुए कैद

ब्लॉक आलमपुर जफराबाद में तैनात सीडीपीओ कृष्ण चंद्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह नकद रुपये लेते नजर आ रहे हैं।
गांव टिटौली की रहने वाली वीरवती ने बताया कि—

  • सीडीपीओ ने 1.5 लाख रुपये मांगे थे।
  • 17,000 रुपये पहले दिए, शेष राशि कार में दी गई।
  • पूरी घटना का वीडियो भी बना लिया गया।

जब उसका चयन नहीं हुआ और उसने पैसे वापस मांगे, तो अधिकारी ने देने से इनकार कर दिया। इस संबंध में वीरवती ने डीएम बरेली से शिकायत की है।


जांच शुरू, कार्रवाई की उम्मीद

जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मामला उनके संज्ञान में आ चुका है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं। यदि आरोप सही पाए गए, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।


निष्कर्ष: पारदर्शिता पर फिर सवाल

बरेली की इस घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या सरकारी भर्तियों में आज भी पारदर्शिता संभव है?
योग्य अभ्यर्थियों के साथ इस प्रकार का अन्याय न केवल प्रशासन पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि समाज के भरोसे को भी कमजोर करता है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *