

रिपोर्टर: अजय सक्सेना
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स्थान: बरेली, उत्तर प्रदेश
बरेली। एक तरफ जहां देश भर में स्मार्ट सिटी के तहत शहरों का विकास हो रहा है, वहीं दूसरी ओर बरेली जैसे शहरों में नगर निगम की लापरवाही जानलेवा साबित हो रही है। आज हम बात कर रहे हैं शहर के स॔जयनगर इलाके में स्थित ध्रुव अस्पताल के सामने मुख्य सड़क पर टूटे लोहे के जाल (ग्रिल) की, जो महीनों से एक बड़े हादसे का कारण बना हुआ है।
क्या है पूरा मामला?
स॔जयनगर की मुख्य सड़क, जो ध्रुव अस्पताल के ठीक सामने से गुजरती है, शहर के सबसे व्यस्त रास्तों में से एक है। इस इलाके में दिन-रात वाहनों का आना-जाना लगा रहता है और घनी आबादी होने के कारण यहां पैदल चलने वालों की भी भीड़ रहती है। लेकिन इस रास्ते के बीचोंबीच लगा लोहे का जाल काफी समय से टूटा हुआ है, जिसके कारण हर समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
क्यों है यह समस्या गंभीर?
- आवागमन में बाधा: टूटा हुआ जाल वाहनों के आने-जाने में रुकावट पैदा कर रहा है।
- पैदल यात्रियों के लिए खतरा: रात के समय में यह टूटा जाल दिखाई नहीं देता, जिससे पैदल चलने वाले लोगों के फंसने या गिरने का खतरा बना रहता है।
- बड़े हादसे की आशंका: अगर समय रहते इसकी मरम्मत नहीं की गई, तो किसी भी समय एक बड़ा हादसा हो सकता है।
नगर निगम और प्रशासन की लापरवाही
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस समस्या की ओर नगर निगम और प्रशासन का ध्यान खींचा है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसा लगता है कि अनदेखा करना इन विभागों की आदत बन चुकी है।
स्मार्ट सिटी के सपने पर सवाल
बरेली को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलना एक गर्व की बात है, लेकिन ऐसी लापरवाहियां शहर की छवि को धूमिल करती हैं। अगर छोटी-छोटी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जाएगा, तो स्मार्ट सिटी का सपना कैसे पूरा होगा?
निष्कर्ष
नगर निगम और प्रशासन को चाहिए कि वह तुरंत इस समस्या की ओर ध्यान दे और टूटे हुए जाल की मरम्मत कराए। जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है, और इसे नजरअंदाज करना उचित नहीं है। आइए, हम सब मिलकर शहर को सुरक्षित और बेहतर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाएं।