बरेली का नया चेहरा: दंगों से विकास तक, कैसे बदला योगी सरकार ने शहर की तस्वीर

रिपोर्टिंग-राजीव कुमार मौर्या, बरेली

बरेली, जो कभी साम्प्रदायिक दंगों के लिए कुख्यात था, आज उत्तर प्रदेश के सबसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों में से एक बन चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अपने दौरे के दौरान कहा कि अब बरेली को “दंगाग्रस्त शहर” नहीं कहा जा सकता, बल्कि यह “नाथ कॉरिडोर” के रूप में अपनी नई पहचान बना रहा है। इस ब्लॉग में जानेंगे कि कैसे योगी सरकार ने बरेली को विकास और सद्भाव की नई राह पर ला खड़ा किया है।


1. 2017 से पहले बरेली: दंगों का प्रतीक

बरेली का नाम लेते ही पहले दिमाग में साम्प्रदायिक तनाव और हिंसा की घटनाएं आती थीं। 2017 से पहले यह शहर अक्सर दंगों की वजह से सुर्खियों में रहता था, जिससे यहां के निवासियों का जीवन अस्त-व्यस्त रहता था।

प्रमुख समस्याएं:

  • साम्प्रदायिक हिंसा की वजह से व्यापार और शिक्षा प्रभावित।
  • बुनियादी ढांचे का अभाव और विकास योजनाओं का ठप पड़ना।
  • निवेशकों और पर्यटकों का इस शहर से दूर रहना।

2. 2017 के बाद बदलाव की शुरुआत

योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद बरेली में बड़े बदलाव देखने को मिले। सरकार ने यहां कानून-व्यवस्था सुधारने के साथ-साथ विकास पर विशेष ध्यान दिया।

क्या बदला?

कानून व्यवस्था मजबूत हुई – पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ, दंगों पर अंकुश लगा।
धार्मिक सद्भाव बढ़ा – कांवड़ यात्रा और अन्य आयोजन शांतिपूर्वक हुए।
बुनियादी ढांचे का विकास – सड़कें, अस्पताल और शिक्षण संस्थानों का उन्नयन।


3. नाथ कॉरिडोर: बरेली की नई पहचान

मुख्यमंत्री योगी ने बरेली को “नाथ कॉरिडोर” के रूप में विकसित करने की योजना शुरू की। यहां सात प्रमुख नाथ मंदिरों को पर्यटन सर्किट से जोड़ा गया, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिला।

नाथ कॉरिडोर के प्रमुख मंदिर:

  • अघोरनाथ मंदिर
  • दत्तात्रेय मंदिर
  • नागनाथ मंदिर
  • कालीनाथ मंदिर
  • गोरखनाथ मंदिर
  • चौरंगीनाथ मंदिर
  • बैजनाथ मंदिर

इन मंदिरों के विकास से न केवल धार्मिक पर्यटन बढ़ा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा हुआ।


4. विकास की नई गाथा: 322 परियोजनाओं का शिलान्यास

सीएम योगी ने हाल ही में बरेली में 322 नई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और 223 पूर्ण हुई परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इनमें शामिल हैं:

प्रमुख विकास योजनाएं:

  • सड़कों और पुलों का निर्माण
  • स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आधुनिक सुविधाएं
  • स्वास्थ्य केंद्रों और स्कूलों का उन्नयन
  • नए पार्क और सामुदायिक केंद्र

इन योजनाओं से बरेली के निवासियों को रोजगार के नए अवसर मिले हैं और जीवन स्तर में सुधार हुआ है।


5. सीएम योगी का बयान: “अब बरेली दंगाग्रस्त नहीं, विकासग्रस्त है”

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा,
“पहले बरेली को दंगों की वजह से जाना जाता था, लेकिन आज यह शहर विकास और शांति की मिसाल बन चुका है। हमारी सरकार ने यहां के लोगों को भरोसा दिलाया है कि अब कोई भेदभाव नहीं, सबको समान अवसर मिलेंगे।”


निष्कर्ष: बरेली अब नए युग में

योगी सरकार की नीतियों और कड़े प्रशासनिक कदमों की वजह से बरेली ने अपनी छवि बदल ली है। आज यह शहर न सिर्फ शांति और सद्भाव का केंद्र है, बल्कि उत्तर प्रदेश के विकास की एक नई कहानी लिख रहा है। अगर आप बरेली घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो अब यहां के ऐतिहासिक मंदिरों और नए इंफ्रास्ट्रक्चर को जरूर देखें!


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *