फैजनगर चकबंदी विवाद : ग्रामीणों का प्रदर्शन और विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप


बरेली जिले के भुता ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम फैजनगर में चकबंदी विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने पर्चा नंबर 23 में मनमानी करते हुए जमीन का गलत बंटवारा किया है। इसी को लेकर ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की।

पर्चा नंबर 23 पर विवाद क्यों?

ग्रामीणों का कहना है कि जो पर्चा नंबर 23 उन्हें मिला है उसमें भारी गड़बड़ी की गई है। कई किसानों की जमीन छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट दी गई है और कुछ को तो उनके खेतों से कई किलोमीटर दूर तक भेज दिया गया है। वहीं कुछ किसानों की सड़क किनारे की जमीन भी हटाकर करीब एक किलोमीटर दूर कर दी गई है।

किसानों के आरोप

  • चकबंदी विभाग के कर्मचारी पैसे लेकर मनमाने तरीके से खेतों का बंटवारा कर रहे हैं।
  • गरीब किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
  • कई बार शिकायत करने के बावजूद अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की।

समाजसेवी रवि कुमार की भूमिका

गांव के समाजसेवी रवि कुमार ने ग्रामीणों की समस्याओं को जिलाधिकारी तक पहुंचाया और किसानों के साथ खड़े हुए। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करेंगे।

प्रदर्शन में शामिल प्रमुख ग्रामीण

प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे जिनमें प्रमुख रूप से –
शिव सिंह उर्फ रवि गंगवार, मुन्ना बाबू, नत्थू विकल, जमुना प्रसाद, मलखान कश्यप, कुंदन लाल कश्यप, आबिद, छोटे मनहार, मोरपाल कश्यप, महेंद्र प्रसाद, वेदप्रकाश, रघुवीर, रामसेवक, सुखलाल, वीरपाल, हरीश, सत्यपाल, टेकचंद, राजीव कुमार, सुभाष, ओमकार, मूलचंद, सोमवीर, कुलदीप, आरिफ अली, गंगाराम, रमेश, उमेश कुमार, रामकुमार, प्रेमपाल, बुद्ध पाल, हरिशंकर, नेमचंद, रोशन लाल राठौर, अनोखेलाल और शिवम शामिल रहे।

किसानों की उम्मीद

ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनेगा और जल्द ही उचित समाधान निकाला जाएगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो यह विवाद और बड़ा आंदोलन का रूप ले सकता है।



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